क्या है हरियाणा सरकार की मंशा !
8 नवम्बर 2012 को विज्ञापित किये गये प्राथमिक शिक्षको के लगभग 9870 पदों पर चयनित अभ्यर्थियो को अब भी है नियुक्ति का इंतजार!
अपनी कठिन मेहनत से HTET जैसी परीक्षा पास करने पर भी चयनित अभ्यथियों को नौकरी अभी तक नसीब नही हुई आखिर इनका क्या कसूर रहा कि चयन सूची जारी होने के लगभग 6 महीने के बाद भी इन्हें नियुक्ति का इंतजार है. कसूर या दोष तो उन लोगो का रहा जिन्होंने गलत तरीको से कुछ अभ्यर्थियों को HTET पास करने में सहायता की. इसमें कहीं न कहीं खामियां तो सरकार की व्यवस्था में ही रही होंगी. फिर भी ये बेरोजगार लगभग 1100 रु प्रतिदिन का मेहनताना से आज भी वंचित हैं. हुड्डा सरकार के समय से लेकर खट्टर सरकार के समय तक इन बेरोजगार अध्यापकों ने पात्र अध्यापक संघ हरियाणा के बैनर तले सैंकड़ो बार प्रदर्शन, ज्ञापन, व रैलियों जैसे कार्य किए है तो जाकर इनकी कंही बात सुनी गई. पहले सरकार ने समीक्षा के नाम पर कोर्ट से समय माँगा व अब सरकार ने इनके फोटो, अंगूठे व हस्ताक्षर मिलान के लिए शेड्यूल जारी किया है जिसमे मेरिट रेंक के प्रथम 3000 अभ्यथियो को तकनीकी जांच के लिए भिवानी बोर्ड में 29 दिसम्बर से उपस्थित होने का बोला गया है. गौरतलब यह भी है कि अभ्यर्थी को इस जांच करवाने का केवल एक ही दिन का अवसर दिया गया है यदि अमुक व्यक्ति दिए गये समय पर उपस्थित नहीं होता तो उसका चयन रद्द कर दिया जायेगा. यह कहाँ का इंसाफ है? एक बात और ध्यान देने योग्य है कि 9870 अभ्यर्थियों की जांच कब तक होगी, कब तक सरकार कोई निष्कर्ष पर पहुंचेगी और कब इन्हें नियुक्ति मिलेगी? एक अनुमान के मुताबिक यह जांच प्रक्रिया वर्तमान में उपलब्ध संसाधनो से कम से कम 9 महीनो में पूरी होगी. उसके बाद जाकर इन्हें नियुक्ति मिलेगी. वहीं दूसरी और 9870 की इस भर्ती पर अनेक कोर्ट के भी लगे हुए हैं जिसमे 2013 में पात्रता परीक्षा पास करने वालो का केस प्रमुख है इनके अनुसार ये भी इस भर्ती में शामिल होने के योग्य हैं. जब HSTSB ने 9870 का रिजल्ट घोषित किया तो उसने 2013 वालों का भी रिजल्ट सील बंद करके सुरक्षित रख लिया टंकी अगर कोर्ट के केस का फैंसला 2013 वालों के हक में आता है तो इन्हें भी भर्ती में शामिल कर लिया जायेगा व 2011 में पात्रता पास करने वाले जो अभ्यर्थी चयनित हुए हैं उनमे से कम मेरिट वालों को बहार का रास्ता देखना पड़ेगा. दूसरी और इस भर्ती की जांच प्रक्रिया शुरू हने से 2013 में पात्रता पास करने वाले अभ्यर्थियों में डर पैदा हो गया है कि क्या उन्हें इस भर्ती में शामिल किया जायेगा या नहीं. इसी बीच हरियाणा सरकार द्वारा रखे गये गेस्ट टीचर्स भी असमंजस में पड़ गये है कि यदि वर्तमान भर्ती को पूरा करके नव चयनित प्राथमिक शिक्षको को अगर नौकरी दे दी जाती है तो गेस्ट टीचर्स का भविष्य क्या होगा क्योंकि हुड्डा सरकार ने कोर्ट में हलफनामा दिया हुआ है कि जब तक नियमित अध्यापकों की नियुक्ति नहीं हो जाती तभी तक गेस्ट टीचर्स को सेव में रखा जायेगा. नियमित भर्ती हो जाने पर गेस्ट टीचर्स की सेवाए समाप्त कर दी जाएगी.
कुल मिला कर इस भर्ती के पूरे होने या पूरे न होने पर कहीं ख़ुशी कहीं गम का माहोल रहने वाला है.
8 नवम्बर 2012 को विज्ञापित किये गये प्राथमिक शिक्षको के लगभग 9870 पदों पर चयनित अभ्यर्थियो को अब भी है नियुक्ति का इंतजार!
अपनी कठिन मेहनत से HTET जैसी परीक्षा पास करने पर भी चयनित अभ्यथियों को नौकरी अभी तक नसीब नही हुई आखिर इनका क्या कसूर रहा कि चयन सूची जारी होने के लगभग 6 महीने के बाद भी इन्हें नियुक्ति का इंतजार है. कसूर या दोष तो उन लोगो का रहा जिन्होंने गलत तरीको से कुछ अभ्यर्थियों को HTET पास करने में सहायता की. इसमें कहीं न कहीं खामियां तो सरकार की व्यवस्था में ही रही होंगी. फिर भी ये बेरोजगार लगभग 1100 रु प्रतिदिन का मेहनताना से आज भी वंचित हैं. हुड्डा सरकार के समय से लेकर खट्टर सरकार के समय तक इन बेरोजगार अध्यापकों ने पात्र अध्यापक संघ हरियाणा के बैनर तले सैंकड़ो बार प्रदर्शन, ज्ञापन, व रैलियों जैसे कार्य किए है तो जाकर इनकी कंही बात सुनी गई. पहले सरकार ने समीक्षा के नाम पर कोर्ट से समय माँगा व अब सरकार ने इनके फोटो, अंगूठे व हस्ताक्षर मिलान के लिए शेड्यूल जारी किया है जिसमे मेरिट रेंक के प्रथम 3000 अभ्यथियो को तकनीकी जांच के लिए भिवानी बोर्ड में 29 दिसम्बर से उपस्थित होने का बोला गया है. गौरतलब यह भी है कि अभ्यर्थी को इस जांच करवाने का केवल एक ही दिन का अवसर दिया गया है यदि अमुक व्यक्ति दिए गये समय पर उपस्थित नहीं होता तो उसका चयन रद्द कर दिया जायेगा. यह कहाँ का इंसाफ है? एक बात और ध्यान देने योग्य है कि 9870 अभ्यर्थियों की जांच कब तक होगी, कब तक सरकार कोई निष्कर्ष पर पहुंचेगी और कब इन्हें नियुक्ति मिलेगी? एक अनुमान के मुताबिक यह जांच प्रक्रिया वर्तमान में उपलब्ध संसाधनो से कम से कम 9 महीनो में पूरी होगी. उसके बाद जाकर इन्हें नियुक्ति मिलेगी. वहीं दूसरी और 9870 की इस भर्ती पर अनेक कोर्ट के भी लगे हुए हैं जिसमे 2013 में पात्रता परीक्षा पास करने वालो का केस प्रमुख है इनके अनुसार ये भी इस भर्ती में शामिल होने के योग्य हैं. जब HSTSB ने 9870 का रिजल्ट घोषित किया तो उसने 2013 वालों का भी रिजल्ट सील बंद करके सुरक्षित रख लिया टंकी अगर कोर्ट के केस का फैंसला 2013 वालों के हक में आता है तो इन्हें भी भर्ती में शामिल कर लिया जायेगा व 2011 में पात्रता पास करने वाले जो अभ्यर्थी चयनित हुए हैं उनमे से कम मेरिट वालों को बहार का रास्ता देखना पड़ेगा. दूसरी और इस भर्ती की जांच प्रक्रिया शुरू हने से 2013 में पात्रता पास करने वाले अभ्यर्थियों में डर पैदा हो गया है कि क्या उन्हें इस भर्ती में शामिल किया जायेगा या नहीं. इसी बीच हरियाणा सरकार द्वारा रखे गये गेस्ट टीचर्स भी असमंजस में पड़ गये है कि यदि वर्तमान भर्ती को पूरा करके नव चयनित प्राथमिक शिक्षको को अगर नौकरी दे दी जाती है तो गेस्ट टीचर्स का भविष्य क्या होगा क्योंकि हुड्डा सरकार ने कोर्ट में हलफनामा दिया हुआ है कि जब तक नियमित अध्यापकों की नियुक्ति नहीं हो जाती तभी तक गेस्ट टीचर्स को सेव में रखा जायेगा. नियमित भर्ती हो जाने पर गेस्ट टीचर्स की सेवाए समाप्त कर दी जाएगी.
कुल मिला कर इस भर्ती के पूरे होने या पूरे न होने पर कहीं ख़ुशी कहीं गम का माहोल रहने वाला है.