Dearness Allowance Meaning - महंगाई भत्ता क्या है
महंगाई भत्ता |
आप सभी ने DA - Dearness Allowance के बारे में जरूर सुना होगा। क्या आपको इसके बारे में जानकारी है के यह Dearness Allowance होता क्या है। Dearness Allowance को हिंदी में महंगाई भत्ते के नाम से जाना जाता है। इसे अंग्रेजी के संक्षिप्त रूप में DA भी कहा जाता है। सबसे पहले यह भत्ता द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दिया गया था। उस समय इस भत्ते को Dear Food Allowance का नाम दिया गया था। यह भत्ता केंद्र और राज्य सरकार द्वारा उनके कर्मचारियों को दिया जाता है। इसी के साथ साथ यह भत्ता सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों तथा पेंशन भोगियों को भी दिया जाता है। यह भत्ता पाकिस्तान, बांग्लादेश तथा भारत में दिया जाता है। यह भत्ता जीवन निर्वहन की लागत अर्थात cost of living के बढ़ते भार के साथ सामंजस्य बनाने के लिए सरकार द्वारा दिया जाता है। दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि महंगाई भत्ता, बढ़ती महंगाई के प्रभाव को कम करने के लिए दिया जाता है।
Dearness Allowance - महंगाई भत्ते का निर्धारण
महंगाई भत्ते का निर्धारण उपभोक्ता मूल्य सूचकांक को ध्यान में रख कर किया जाता है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक को आधार बना कर महंगाई भत्ते की गणना की जाती है। यह महंगाई भत्ता पूर्ण रूप से आय कर योग्य होता है। अर्थात महंगाई भत्ते पर इनकम टैक्स की कोई छूट नहीं होती। महंगाई भत्ते को किसी भी कर्मचारी को उसकी बेसिक सैलरी (Basic Salary) पर दिया जाता है। महंगाई भत्ते के साथ साथ कर्मचारी को हाउस रेंट अलाउंस भी दिया जा सकता है।
Dearness Allowance - महंगाई भत्ता कब दिया जाता है
भारत में सामान्य तौर पर महंगाई भत्ता किसी भी वर्ष की 1 जनवरी तथा 1 जुलाई को दिया जाता है। इस प्रकार भारत में कर्मचारियों को साल में दो बार महंगाई भत्ता दिया जाता है। परन्तु सामान्य तौर पर यह भी देखा ज्ञान है कि महंगाई भत्ते की घोषणा सरकार द्वारा 1 जनवरी या 1 जुलाई के बाद की जाती है। इस कारण से सरकार अपने कर्मचारियों को देरी से महंगाई भत्ता दे पाती है। इसी के साथ साथ सरकार सामान्य तौर पर इस बात का भी ध्यान रखती है कि भत्ते की घोषणा होने में देरी हो जाने के बाद भी सरकार कर्मचारियों की देय तिथि पर उनका महंगाई भत्ता दे दे। सरकार द्वारा इस बात का ध्यान रखा जाता है कि कर्मचारियों को महंगाई भत्ता उन्हें 1 जनवरी तथा 1 जुलाई से निश्चित तौर पर मिल जाए।
Dearness Allowance - महंगाई भत्ता Example
महंगाई भत्ते को कर्मचारी की बेसिक सैलरी पर गणना करके दिया जाता है। मान लो यदि किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 10300 रूपए है और सरकार द्वारा दिया जाने वाला भत्ता 132 प्रतिशत है तो महंगाई भत्ते की गणना निम्लिखित प्रकार से की जाएगी
बेसिक सैलरी - 10300/-
महंगाई भत्ते की दर - 132 %
महंगाई भत्ता - 10300 X 132/100
- 13596
इस प्रकार से महंगाई भत्ते की गणना करके उसे कर्मचारी की बेसिक सैलरी में जोड़ दिया जाता है। उपरोक्त उदाहरण में कर्मचारी को कुल डे वेतन 23896/- रूपए होगा।
भारत की केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2017 से महंगाई भत्ते की दर में 2 प्रतिशत की वृद्धि की है। इससे पहले महंगाई भत्ता 2 प्रतिशत था। 1 जनवरी से 2 प्रतिशत अतिरिक्त भत्ते की घोषणा के बाद यह कुल 4 प्रतिशत हो गया है।